भारत के पास विश्व भर में चौथे नंबर का रेलवे नेटवर्क है और हमारे देश से आगे सिर्फ अमेरिका, चीन एवं रूस ही है। इंडियन रेलवे देश भर में परिवहन सेक्टर की रीढ़ भी कही जाती है। प्रत्येक दिन तकरीबन 2.5 करोड़ यात्रियों को रेलवे उनके स्थान पर पहुंचा रहा है। प्रतिवर्ष लगभग 8 अरब से भी अधिक यात्रियों को रेलवे की सेवा का लाभ मिल रहा है। साथ ही रेल विभाग अपने नेटवर्क को देश भर में बढ़ाने में लगा है।
बिना रेल स्टेशन वाला भारतीय राज्य
इन सभी उपलब्धियों एवं बढ़ते रेलवे के नेटवर्क के बीच भारत में एक राज्य ऐसा भी है जिसमें कोई रेल नहीं जाती है। साथ ही इस प्रदेश में न ही कोई रेल लाइन है और न ही कोई रेल स्टेशन। यह राज्य सिर्फ नेशनल हाईवे-10 की मदद से देश से जुड़ता है। यहां बात हो रही है उत्तरी पूर्वी प्रदेश “सिक्किम” की। देश के स्वतंत्र होने के सात दशकों के बाद भी इस राज्य में रेल सेवा नहीं पहुंच पाई है।
पीएम मोदी ने रेंगपो स्टेशन प्रोजेक्ट शुरू किया
पीएम नरेंद्र मोदी ने साल 2014 के फरवरी माह में ही सिक्किम में पहले रेल स्टेशन रेंगपो के प्रोजेक्ट को शुरू किया है। सामरिक वजह से ही ये रेल स्टेशन बहुत अहम हो जाता है। इस रेल स्टेशन के बनते ही गंगटोक से नाथूलाल बाउंड्री से होकर सिक्किम-चीन के बार्डर तक एक सशक्त रेल नेटवर्क की प्राप्ति हो जाएगी।
पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार रेल नेटवर्क को काफी जोरों से फैलाने में लगी है। अब इस क्रम में सिक्किम का रंगपो रेल स्टेशन भी बनाया जा रहा है। अभी तो सिक्किम के लोगों को ज्यादा दूर जाने में पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी एवं सिलीगुड़ी आकर रेल पकड़नी पड़ती है। यहां जान ले कि सिक्किम एस न्यू जलपाईगुड़ी 187 किमी एवं सिलीगुड़ी 146 किमी दूर है।
14 सुरंगों से होकर जाएगी रेल लाइन
साल 2022 में सिक्किम की इस रेल लाइन प्रोजेक्ट को स्वीकृति मिली थी। प्रोजेक्ट के अंतर्गत सिवोक एवं रंगपो में मध्य करीबन 44.96 किमी की रेल लाइन को बिछने का काम हो रहा है और इसकी 38.67 किमी दूरी की रेल लाइन सुरंग से होकर जाएगी। साथ ही 2.25 किमी दूरी की रेल लाइन पुल के होकर जाने वाली है। इसी प्रकार से 4.79 किमी भाग का स्टेशन यार्ड की कटिंग-फीलिंग में रहेगा।
सिवोक एवं रंगपो के मध्य की रेल लाईन 14 टनल से होकर जाएगी। इसमें से सर्वाधिक लंबाई की सुरंग 5.30 किमी की एवं सर्वाधिक चोटी सुरंग 538 मीटर की रहेगी। इस रेल लाईन में सिवोक एवं रंगपो समेत 5 स्टेशन बनेंगे। इसमें से 4 स्टेशन सिवोक, रियांग, मेली एवं रंगपो खुले में होंगे एवं तिस्सा मार्केट का रेल स्टेशन अंडरग्राउंड रहेगा।
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सिक्किम में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा
अब सिवोक से बंगाल के रंगपो तक रेल सेवा के कारण राजधानी गंगटोक तक आ पाना सरल होगा। यहां ध्यान दें कि रंगपो का एक भाग बंगाल एवं दूसरा सिक्किम में पड़ता है और रंगपो नदी ही दोनो के बीच भिन्नता लाती है। रंगपो एवं गंगटोक में रोड मार्ग में 2 घंटों का समय लगता है। इस प्रकार से सिक्किम जैसे सुंदर प्रदेश में टूरिज्म सेक्टर को काफी फायदा मिल जायेगा।