Kusum Yojana: केंद्र सरकार का कुसुम स्कीम की शुरुआत करने का मूल प्रयोजन किसान नागरिकों को उनकी सिंचाई के काम में सोलर एनर्जी वाले पंप देना है। इस स्कीम के अंतर्गत भारत सरकार एवं राजस्थान सरकार 3 करोड़ पेट्रोल-डीजल के सिंचाई पंपों को सोलर पंप में बदलने वाली है। अभी तक देशभर में जो भी किसान अपने सिंचाई पंपों को डीजल एवं पेट्रोल के द्वारा चला रहे हो उनको ये पंप कुसुम स्कीम के तहत सोलर एनर्जी से चलाने को मिलेंगे। स्कीम के प्रथम चरण के तहत भारत में 1.75 लाख पेट्रोल-डीजल के पंपों को सौर ऊर्जा से चलाया जाएगा।
पीएम कुसुम स्कीम
कुसुम स्कीम के तहत प्रदेश सरकार 17.5 लाख डीजल पंपों एवं 3 करोड़ खेती के कामों को करने वाले पंपों को भविष्य के 10 सालो में सौर ऊर्जा के पंप बनाने का टारगेट तय कर चुकी है। सरकार प्रदेश के किसान नागरिकों को खेतो में सौर पंप लगाने एवं सौर प्रोडक्ट को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से 50,000 करोड़ रुपए का बजट तय कर चुकी है।
किसान बिजली को बेच सकेंगे
पीएम कुसुम स्कीम को भारत सरकार ने शुरू किया है और यह खेती करने वाले किसानों को सरलता एवं उनके उत्पादन को चमकाने का काम करेगी। इन सौर पंप को सूखी भूमि पर लगाया जाएगा। सरकार ने बजट को लाते समय कहा था कि 15 लाख से ज्यादा किसान सौर पंप के लिए रकम पा सकेंगे। किसान बंजर जमीन में सोलर एनर्जी प्रोजेट्स को लगाकर एक्स्ट्रा बिजली को बेचने का मौका पाएंगे। इन सभी सुविधाओं के लाभार्थी बनने में किसानो को शीघ्रता से अप्लाई प्रोसेस करना होगा।
कुसुम स्कीम के मुख्य उद्देश्य
- पीएम कुसुम स्कीम के मूल प्रयोजन किसान को सोलर एनर्जी की स्थापना से आर्थिक मदद देना है।
- पानी की तंगी के कारण किसान परेशान है और उनकी फसल बचाने को स्कीम के अंतर्गत उपकरणों को दिया जाएगा।
- इस प्रकार से किसान सिंचाई को लेकर सुविधाएं पा सकेंगे।
- बिजली न होने पर किसानो को पेट्रोल-डीजल से सिंचाई करनी पड़ती है जोकि महंगा रहता है।
- बिजली की आपूर्ति को सौर पैनल कर सकेंगे।
- इसको किसान अपने घर में उपयोग करेंगे और सिंचाई में भी कर पाएंगे।
- यह स्कीम किसानो को एक्स्ट्रा इनकम का मौका देने के साथ फसल को खराब होने से बचाएगी।
- सोलर ऊर्जा प्रोजेक्ट की स्थापना में सरकार सब्सिडी एवं प्रोत्साहन देगी।
- गांवों के निरंतर विकास के कामों में यह स्कीम काफी टारगेट को पूर्ण करेगी।
कुसुम स्कीम के मुख्य लाभ
- ये स्कीम खेती पंपों को बिजली देने, गैर-नवीनीकरण एजर्जी सोर्स के इस्तेमाल में कमी करेगी।
- पर्यावरण के असर में कमी लाने को सोलर एनर्जी के प्रयोग को बढ़ाएगी।
- ज्यादा बिजली पैदा करके किसान इसको ग्रिड में देकर एक्स्ट्रा इनकम कर सकेंगे।
- किसानों को अपने खेती के कामों में सोलर एनर्जी का लाभ मिलेगा।
- किसान अपने बिजली बिल में कमी करके आर्थिक दशा अच्छी कर पाएंगे।
- स्कीम से किसानों की सौर प्रौद्योगिकी जायदा आसान एवं सस्ती होगी।
- खेती के कामों में मॉर्डन प्रौद्योगिकी लाने को प्रोत्साहन मिलेगा और उत्पादन एवं स्थिरता में वृद्धि होगी।
कुसुम स्कीम में जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- रजिस्ट्रेशन की कॉपी
- प्राधिकार पत्र
- जमीन विलेख की कॉपी
- चार्टेड अकाउंटेंट से मिला आय का प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाते के डीटेल्स
- पासपोर्ट साइज फोटो
कुसुम स्कीम में रजिस्ट्रेशन ऐसे करें
- सबसे पहले आपने ऊर्जा मंत्रालय की ऑफिसियल वेबसाइट kusum.mahaurja.comको ओपन करना है।
- रेफरेंस नंबर की मदद से पोर्टल पर लॉगिन हो जाए।
- लॉगिन होने पर आपको “ऑनलाइन आवेदन” लिंक को चुनना है।
- मिले फॉर्म में सभी डीटेल्स को ठीक से दर्ज करें।
- फॉर्म को एक बार चेक करके “सबमिट” कर दें।
- आपको मोबाइल में यूजर आईडी एवं पासवर्ड आ जायेगा।
- इस यूजर आईडी एवं पासवर्ड से आप कुसुम स्कीम में अपने डीटेल्स को अपडेट कर पाएंगे।
- सभी डिटेल्स दर्ज होने पर “फाइनल सबमिशन” करने पर आपका कुसुम स्कीम में अप्लाई प्रोसेस पूरा हो जाएगा।